स्पोर्ट्स बेटिंग पॉलिसी
1. बेसिक नियम और परिभाषाएँ
- बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म: ये स्पोर्टस बेटिंग सर्वीस vavada.com (“वेबसाइट” को रेफर करती है) पर VAVADA B.V. द्वारा प्रोवाइड की जाती है, जिसका कंपनी रजिस्ट्रेशन नंबर 143168 है और रजिस्टर्ड एड्रेस हांची स्नोआ 19, ट्रायस बिल्डिंग, कुराकाओ है।
- यह स्पोर्ट्स बेटिंग पॉलिसी हमारी वेबसाइट की नियम एवं शर्तों से अटूट रूप से जुड़ी हुई है, और ये इसका हिस्सा हैं, इन स्पोर्ट्स बेटिंग नियमों को स्वीकार करना अकाउंट रजिस्ट्रेशन के लिए एक आवश्यक शर्त है। यहां पर जिन भी कैपिटलाइज्ड शब्दों का अर्थ स्पष्ट नहीं किया गया है, उनका मतलब नियम एवं शर्तों में मिल जाएगा।
- क्लाइंट (बेट्टर): एक रजिस्टर्ड यूजर जो प्लेटफॉर्म पर बेटिंग गतिविधियों में भाग लेता है।
- बेट: क्लाइंट और बेटिंग प्लेटफॉर्म के बीच एक एग्रीमेंट जहाँ क्लाइंट किसी इवेंट के परिणाम पर पैसे वेजर करता है।
- लाइन: बेटिंग प्लेटफॉर्म द्वारा पेश की गई इवेंट्स की एक लिस्ट, जिसमें उनके संबंधित ऑड्स शामिल होते हैं, जिन पर क्लाइंट्स बेट लगा सकते हैं।
- आउटकम: उस इवेंट का अंतिम परिणाम, जिस पर क्लाइंट ने बेट लगाया है।
- विनिंग ऑड्स: बेटिंग प्लेटफॉर्म द्वारा किसी इवेंट के संभावित परिणामों पर दिए गए ऑड्स। ये ऑड्स गतिशील होते हैं और विभिन्न फैक्टरों के आधार पर बदल सकते हैं।
- स्टेक: वह राशि जो क्लाइंट ने एक स्पेसिफिक बेट पर लगाई है।
- पेआउट: वह राशि जो क्लाइंट को एक विनिंग बेट से प्राप्त होती है, जो स्टेक को विनिंग ऑड्स से मल्टिप्लाई करके कैल्कुलेट की जाती है।
2. सामान्य नियम
- उद्देश्य: बेटिंग प्लेटफॉर्म का प्रथमिक फंक्शन इवेंट्स की बड़ी रेंज पर बेट्स स्वीकार करना है, जिसमें स्पोर्ट्स कम्पीटिशन्स, एंटरटेनमेंट इवेंट्स और अन्य महत्वपूर्ण घटनाएं (सामूहिक रूप से “इवेंट्स” के रूप में रेफर) शामिल हैं।
- क्लाइंट की जिम्मेदारी: क्लाइंट्स जिम्मेदार हैं यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनके स्पोर्ट्स बेटिंग में भाग लेना उनके क्षेत्राधिकार में कानूनी है या नहीं। प्रतिबंधित क्षेत्रों की सूची के लिए, कृपया हमारी वेबसाइट पर नियम एवं शर्ते देखें।
- संशोधन: बेटिंग प्लेटफॉर्म को किसी भी समय बिना पूर्व सूचना के इन नियमों और शर्तों को बदलने का अधिकार है। कोई भी संशोधन सभी आगामी बेट्स पर लागू होगा, जबकि पहले लगाए गए बेट्स की शर्तें अपरिवर्तित रहेंगी। क्लाइंट्स को नियमित रूप से पॉलिसी की समीक्षा करने के लिए प्रेरित किया जाता है।
- अकाउंट सुरक्षा: क्लाइंट्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि उनके अकाउंट का विवरण, जिसमें पासवर्ड भी शामिल है, सुरक्षित और गोपनीय रखा जाता है। बेटिंग प्लेटफॉर्म किसी भी अनधिकृत पहुंच के लिए जिम्मेदार नहीं होगा जो क्लाइंट के लॉगिन क्रेडेंशियल्स की सुरक्षा में असफलता के कारण हो।
- अकाउंट प्रतिबंध: कुछ क्षेत्राधिकारों से क्लाइंट्स (कृपया हमारी वेबसाइट पर नियम एवं शर्ते देखें) को बेटिंग प्लेटफॉर्म का उपयोग करने से सख्ती से मना किया गया है। यदि ऐसा उपयोग पाया जाता है, तो क्लाइंट का अकाउंट तुरंत बंद कर दिया जाएगा, और बची हुई राशि को जब्त किया जा सकता है।
3. शर्तें स्वीकार करना
- बेट्स: बेट केवल बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म की आधिकारिक वेबसाइट पर ही लगाए जा सकते हैं। सभी बेट इवेंट शुरू होने से पहले लगाने होते हैं, सिवाय लाइव बेटिंग के। इवेंट शुरू होने के बाद किए गए बेट अमान्य माने जाएंगे, सिवाय लाइव बेटिंग के।
- बेट की पुष्टि: एक बार बेट लगाने के बाद, क्लाइंट की स्क्रीन की पुष्टीकरण का मैसेज दिखाई देगा। बेट तब वैलिड माना जाएगा जब वह क्लाइंट की बेटिंग हिस्ट्री में इंटर हो जाएगा।
- बेट कैशआउट और केंसिलेशन: एक बार बेट की पुष्टि हो जाने के बाद, उसे क्लाइंट द्वारा केंसिल या बदला नहीं जा सकता। हालांकि, क्लाइंट कैशआउट विकल्प का चुनाव कर सकते हैं, जिससे वह बेट के निपटारे से पहले उसका कुछ हिस्सा निकाल सकते हैं। कैशआउट राशि फ्लेक्सिबल होती है और यह ओरिजनल स्टेक से कम हो सकती है। यह केंसिलेशन नहीं माना जाता, बल्कि स्टेक का कुछ हिस्सा खरीदने जैसा होता है। अगर कोई गलती होती है, जैसे गलत ऑड्स या इवेंट की जानकारी, तो बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म को बेट को इनवैलिड करने और ओरिजनल स्टेक की राशि वापस करने का अधिकार है।
- न्यूनतम और अधिकतम स्टेक: बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म हर बेट के लिए न्यूनतम और अधिकतम स्टेक तय कर सकता है। ये सीमा इवेंट, बेट के टाइप्स और क्लाइंट की बेटिंग हिस्ट्री के आधार पर बदल सकती हैं।
- संदेहास्पद बेटिंग पैटर्न: बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म सभी बेट्स की निगरानी करता है ताकि संदेहास्पद पैटर्न का पता लगाया जा सके। अगर किसी क्लाइंट पर धोखाधड़ी, जैसे मैच-फिक्सिंग या सांठगांठ का संदेह होता है, तो प्लेटफ़ॉर्म को बेट को इनवैलिड करने, अकाउंट फ्रीज़ करने और संबंधित अधिकारियों को रिपोर्ट करने का अधिकार है।
4. कैश आउट विकल्प
- कैश आउट: कैश आउट फीचर क्लाइंट्स को बेट के सेटलमेंट का अनुमति देता है, इससे पहले कि इवेंट का परिणाम ज्ञात हो। कैश आउट की वैल्यू वर्तमान ऑड्स और इवेंट की प्रोग्रेस पर निर्भर करती है।
- उपलब्धता: कैश आउट सभी बेट्स या हर समय के लिए उपलब्ध नहीं हो सकता। बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म यह गारंटी नहीं देता कि कैश आउट विकल्प किसी भी समय उपलब्ध होगा। यह, विशेष रूप से लाइव इवेंट्स के दौरान, बाजार में अचानक बदलावों के कारण निलंबित हो सकता है।
- आंशिक कैश आउट: कुछ मामलों में, क्लाइंट्स को उनके बेट का कुछ हिस्सा कैश आउट करने का विकल्प दिया जा सकता है, जबकि बाकी की स्टेक राशि इवेंट में जारी रहती है।
- अंतिम सेटलमेंट: एक बार कैश आउट रिक्वेस्ट प्रोसेस हो जाने के बाद, बेट को सेटल्ड मान लिया जाता है, और इवेंट का परिणाम बेट को प्रभावित नहीं करेगा।
5. विनिंग्स और पेआउट्स
- विनिंग सेटलमेंट: आधिकारिक परिणामों की पुष्टि होने के तुरंत बाद विनिंग्स क्लाइंट के अकाउंट में क्रेडिट कर दी जाती हैं। पेआउट उस समय के ऑड्स के आधार पर किया जाता है जब बेट प्लेस किया गया था।
- पेआउट लिमिट्स: बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म कुछ विशेष इवेंट्स या बेट टाइप्स के लिए अधिकतम पेआउट लिमिट्स लागू कर सकता है।
- पेआउट्स का निलंबन: अगर धोखाधड़ी, मैच-फिक्सिंग या अन्य अनियमितताओं का संदेह होता है, तो बेटिंग प्लेटफ़ॉर्म पेआउट को निलंबित करने का अधिकार रखता है। यदि धोखाधड़ी की पुष्टि हो जाती है, तो संबंधित बेट्स को इनवैलिड घोषित कर दिया जाएगा और कोई पेआउट नहीं किया जाएगा।
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